Information-about-Rainbow | बारिश के बाद इन्द्रधनुष(Rainbow) क्यों दिखाई देता है? | मेघधनुष के बारे में रोचक तथ्य
इन्द्रधनुष के बारे में रोचक तथ्य | Information about Rainbow in Hindi
बारिश के मोसम में अक्सर बारिश के बाद या बारिश के दौरान आसमान में रंग बे रंगी कुछ दिखाई देता है जिसे हम इन्द्रधनुष कहेते है. क्या आपने कभी सोचा है की यह इन्द्रधनुष बारिश के वक्त ही क्यों दिखाई देता है? शरदि के मौसम में क्यों नहीं दिखाई देता? एसा क्यों होता है? आखिर यह इन्द्रधनुष कैसे बनता है? चलिए जानते है इस आर्टिकल के माध्यम से.
इन्द्र्शनुष कैसे बनता है?
आसमान में बारिश के मौसम में इन्द्रधनुष का दिखाई देना बारिश की बुँदे का कमाल है. बारिश के मौसम में गिरने वाली एक नन्ही सी बूंद में दो सतह होती है. जब सूर्य का प्रकाश इस बूंद के अंदर प्रवेश करता है तब पहेली सतह से टकराकर वह प्रकाश थोडा सा जुक जाता है. और यह बात तो सभी लोगो को पता होगा की सूर्य के प्रकाश में सात रंग होता है. इसी वजह से जब सूर्य का प्रकाश पानी की बूंद से टकराता है तो सातों रंग अलग अलग हो जाते है. इसी तरह से जब यह प्रकाश बूंद के दुसरे सतह से गुजरता है तो सातों रंग को अपने साथ जोड़ कर निकलता है जिसकी बदोलत एक सात रंग का पट्टा दिखाई देता है जिसे हम इन्द्रधनुष कहेते है.
इन्द्रधनुष के बारे में रोचक तथ्य
- वास्तव में इन्द्रधनुष पूरा गोल होता है लेकिन जमीन से हमें सिर्फ आधा ही दिखाई देता है. अगर इस समय आप हवाई जहाज में होते हो तो आपको यह पूरा गोल दिखाई देगा.
- इंद्रधनुष ज्यादातर झरने के आसपास के क्षेत्रो में दिखाई देता है.
- दुनिया में सबसे ज्यादा मेघधनुष अमेरिका के राज्य Hawaii में दिखाई देता है. इसी वजह से इस राज्य का नाम The Rainbow State रखा गया है.
- इंद्रधनुष में लाल, नारंगी, पिला, हरा, नीला, इंडिगो और बैंगनी कलर होते है.
- पहेले इन्द्रधनुष में पांच रंग ही माने जाते थे लेकिन सन 1666 में सर आइजेक न्यूटन ने इसमें बैंगनी और नारंगी रंग को जोड़ा था.
- सन 1637 में रनेडेकार्ट ने पता लगाया था की इन्द्रधनुष सूर्य की रौशनी के बूंदों में से परावर्तित होने से बनता है.
- कभी कभी एक साथ तिन चार इन्द्रधनुष एक साथ दीखते है. एसा तभी होता है जब सूर्य का प्रकाश बूंद के अन्दर एक से ज्यादा बार टकराता है.
- साथ खड़े दो लोग कभी भी एक जैसा इन्द्रधनुष नहीं देख सकते है. आप दोनों को लगेगा का की आप दोनों एक जैसा ही इन्द्रधनुष देख रहे है बल्कि एसा बिलकुल नहीं होता है. क्यूंकि बारिश की हर बूंद अपना अलग-अलग इन्द्रधनुष बनाती है.
- जब सूर्य ऊंचाई पर होगा तो इन्द्रधनुष निचे दिखाई देगा और जब सूर्य निचे होता है तो इन्द्रधनुष ऊपर दिखाई देगा.
- पुरे सौरमंडल में सिर्फ पृथ्वी और शनि ग्रह के चन्द्रमा टाइटन पर ही इन्द्रधनुष बनता है.
- इन्द्रधनुष लेटिन भाषा के “Arcus Pluvius” शब्द से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है “बरसात की चाप”.
- आज तक का सबसे लंबे समय तक दिखने वाला इन्द्रधनुष 14 मार्च 1994 में इंग्लैंड के शहर शेफील्ड में दिखाई दिया था. यह इन्द्रधनुष सुबह के 9 बजे से दोपहर के 3 बजे तक दिखाई दिया था.