KFC कंपनी कैसे बनी? KFC के संस्थापक कर्नल सैंडर्स की सफलता की कहानी

Motivational Story of Colonel Harland Sanders

KFC कंपनी कैसे बनी? KFC के संस्थापक कर्नल सैंडर्स की सफलता की कहानी

आज पूरी दुनिया में चिकन का जिक्र होता है तब सबसे पहेले KFC का नाम आता है. लेकिन इतनी बड़ी KFC कंपनी की स्थापना कैसे हुई यह बात बहोत ही कम लोग जानते होगे. क्या आपको पता है की KFC मालिक कर्नल सैंडर्स ने किस हाल में कंपनी की शुरुआत की थी और कैसे अरबों के मालिक बने?

आज हमारे जीवन में सभी लोगो को कोई न कोई समस्या जरुर होती है पर इस समस्या यानि की Problem को लेकर रोने से कोई फायदा नहीं होता है उल्टा नुकसान ही होता है. दुनिया में जो भी लोग आज ऊंचाई पर है उन सभी ने अपने जीवन में कई सारी Problem को Face किया है और सभी चुनोती को पीछे छोड़ कर सफलता का स्वाद चखा है. तो आज के इस आर्टिकल में में आपको 1009 बार फ़ैल होकर success बनने वाले कर्नल सैंडर्स के बारे में बता ने जा रहा हु. जिसे जानकर आप भी अपने Problem बहोत ही छोटा समजने लगोगे. चलिए शुरू करते है.

Motivational Story of Colonel Harland Sanders

जन्म और प्रारंभिक जीवन
जॉब और असफलताए
KFC की शुरुआत
KFC के बारे में रोचक तथ्य

चलिए अब बात करते है विस्तार से सभी के बारे में.

जन्म और प्रारंभिक जीवन
कर्नल सैंडर्स का जन्म 9th September 1890 में अमेरिका के इंडिआना राज्य के हेनारिविले नामक कस्बे में हुआ था. उनका परिवार बहोत ही ज्यादा गरीब था. उनके पिता का नाम विल्बर डेविड था जो एक कसाई का काम करते थे. उनकी माता का नाम मार्गरेट था जो गृहिणी थी. कर्नल सैंडर्स तिन भाई बहेनो में सबसे बड़े थे.
उनके पिता की मृत्यु हुई तब सैंडर्स सिर्फ 5 साल के ही थे. एसे में सारी जिम्मेदारी उनकी माता और उन पर आ गई थी.

अब कर्नल सैंडर्स के जीवन में मुश्किले आणि शुरू हो चुकी थी. कुछ सालो बाद उनकी माता ने दूसरा विवाह कर लिया और अपने बच्चो के साथ ग्रीनवुड चली गई. लेकिन सैंडर्स के सोतेले पिता उनके और इनके छोटे भाई को मरते-पिटते थे इसी अत्याचार से तंग आकर सैंडर्स घर छोड़ कर चला गया इस वक्त वो केवल 11 साल के ही थे. अब बिना घर के वो उधर/इधर भटककर मजदूरी करके अपना गुजरान करने लगे. यह सिलसिला 4 साल तक चला.

महज 15 साल की उम्र में उनको बस कंडक्टर की नोकरी मिल गई. और 16 साल की उम्र US की आर्मी में भारती हो गए.

जॉब और असफलताए
आर्मी में अपना कार्यकाल संपत होने के बाद लोहार के सहायक के तोर पर काम करते रहे. फिर कुछ समय बाद उन्होंने “जोसेफिन किंग” नामक लड़की से विवाह कर लिया. कुछ सालो तक वो अपनी पति और बच्चो के साथ अपना जीवन गुजार रहे थे लेकिन नोकरी छुट जाने के बाद उनकी पत्नी ने भी उनको छोड़ दिया. और 40 साल की उम्र तक एक जगह से दूसरी जगह नोकरी के लिए भटकते रहे.

इतने सालो में उन्हों कई अलग-अलग तरह के काम किए. कभी सेल्समेन बने तो कभी insurance बेचा, बोटिंग के चालक बने एसी कई सारी नोकरिया उन्होंने की. लेकिन किसी भी जगह वो सफल नहीं हुए और परेशानी बढती ही रही.

लगातार असफलताओ के बाद भी सैंडर्स ने हार नहीं मानी और वापिस कार्बिन, केन्टकी आ गए और एक सर्विस स्टेशन खोला और इसके पीछे एक कैंटीन open की जिसमे वो चिकन,हेम, स्टिक और अन्य खाद्य पदार्थ बेचने लगे. उनकी यह कैंटीन चल पड़ी अब वहा भारी मात्र में लोग आ रहे थे.  बढती ही संख्या के कारन सैंडर्स ने सड़क की दूसरी और मोटेल और Restaurant खोला.

सैंडर्स के द्वारा बनाई गई Pan Fried Chicken की Recipe लोगो को बेहद पसंद आने लगी और इनकी वजह से वो मसहुर हो गए. सन 1935 उनका बनाया गया चिकन केन्टकी के गवर्नर को इतना पसंद आ गया की उन्होंने सैंडर्स को “कर्नल” की उपाधि से सम्मानित किया. लेकिन उनकी यह खुसी ज्याद दिनों तक नहीं चली.

KFC की शुरुआत
कर्नल सैंडर्स का business बहोत ही अच्छा चल रहा था लेकिन सन 1950 में फ्लोरिडा जाने के लिए एक नया रास्ता बना जिसकी वजह से कर्नल सैंडर्स के यहाँ आने वाले यात्रिओ दुसरे रस्ते से जाने लगे जिसकी वजह से उनका धंधा बहोत ही कम चलने लगा. एक समय तो एसा आया की वो इतने कर्जे में डूब गए की सारी प्रोपर्टी बेचनी पड़ी और सब कुछ बेचने के बाद भी उनके हाथ में सिर्फ 105 डॉलर ही बचे थे.

अबी वो 62 साल के हो चुके थे. बचपन से लेकर आजतक भरी संघस के बाद थोड़ी बहोत खुसिया उनके जीवन में आई थी वो भी हाथ से चली गई. लेकिन कर्नल सैंडर्स ने हिम्मत नहीं हारी और फिर से महेनत करने की शुरुआत की. उनको अपनी रेसिपी पर बहोत ही भरोसा था.

उन्होंने घर पर बेठने की बजाए अपनी चिकन रेसिपी को लेकर आगे बढ़ने की ठान ली. उन्होंने अपनी रेसिपी को Kentucky Fried Chicken यानि की KFC का नाम दिया और अपनी Franchise को बेचने का इरादा कर लिया. वो अपनी पुरानी कार लेकर निकल पड़े. इड दौरान वो लगभग 600 सिटी में फिरे हो हजारो Restaurant के मालिको का सम्पर्क किया. 1008 Restaurant द्वारा उनकी Franchise को रिजेक्ट कर दिया गया फिर भी उन्होंने प्रयास नहीं छोड़ा और आखिर कर 1009 में प्रयास में उनको सफलता मिली.

जैसे ही एक रेस्टोरेंट ने KFC की Franchise ली इसको देख कर दुसरे रेस्टोरेंट ने भी KFC की Franchise लेना शुरू कर दिया. धीरे-धीरे यह चैन शुरू हो गया. 1964 तक आते-आते अमेरिका और कनाडा में KFC के 600 से भी ज्यादा आउटलेट खुल गए थे. इसके बाद सैंडर्स ने सन 1664 में अपनी कंपनी को एक अमेरिकन कंपनी को 2 मिलियन डॉलर में बेच दिया और आजीवन उस कंपनी के वैतनिक ब्रांड एम्बेसेडर बने रहे. सन 1980 लुकेमिया से कर्नल सैंडर्स की मृत्यु हो गई पर आज भी वे KFC के स्टार आइकॉन के रूप में जीवित है.

KFC के बारे में रोचक तथ्य

1. KFC जापान में क्रिसमस डिनर के लिए इतना फेमस है की वहा के लोग क्रिसमस के 2-3 महीने पहेले ही KFC की बुकिंग करवा लेते है नहीं तो उनको उस दिन कई घंटो तक लाइन में खड़े रहेने पड़ता है.
2. कर्नल सैंडर्स छोटी उम्र में ही खाना बनाना सिख गए थे क्यूंकि उनके पिता की मृत्यु के बाद वो अपनी माता को मदद करने के लिए उनके साथ ही काम करता था.
3. KFC चिकन की Recipe 11 मसालों को मिलाकर बनी है जो आज भी गुप्त है.
4. भले ही KFC की शुरुआत अमेरिका में हुई उसके बावजूद भी चीन में अमेरिका से कई अधिक KFC के आउटलेट है.
5. जब कर्नल सैंडर्स ने KFC को बेचा था तब उनकी उम्र 74 साल की थी और वो 90 साल की उम्र तक वो KFC से जुड़े रहे जब तक उनकी मृत्यु नहीं हुई.
6. बाकू, अजरबैजान में दुन्या का सबसे बड़ा KFC आउटलेट है.
7. आज KFC दुनिया के 105 से भी अधिक देशो में पाया जाता है.

8. कर्नल सैंडर्स ने 5 साल की उम्र से 65 साल तक सिर्फ संघर्स ही किया था तब जाकर वो एक सफल इन्सान बने थे.
9. बहोत ही कम लोगो को यह बात पता होगी की KFC की पेरेंट कंपनी का नाम यम ब्रैंड है. और इसी ब्रांड के तह पिजा हट और KFC दोनों आते है.
10. भले ही दुनिया में KFC को चिकन के लिए ही जाना जाता हो लेकिन वो सिर्फ चिकन ही नहीं बेचती है. दुनिया के अलग-अलग देश में वो देश के लोगो की डिमांड के अनुसार खाना बनाती है. जैसे की मलेसिया में चिकन मिटबोंल सूप, पाकिस्तान में राईस, मिडल ईस्ट में जिंजर सेंडविच और पेरू में “इनका कोला” नामक सॉफ्ट ड्रिंक बेचती है.

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