Mobile फ़ोन के नुकसान, स्मार्टफोन के नुकसान, फोन से होने वाली हानिया, ज्यादा मोबाइल चलाने के नुकसान, मोबाइल के खतरे, मोबाइल से होने वाली बीमारी
आज के दौर पर मोबाइल फ़ोन का जरुरत से ज्यादा उपयोग हो रहा है, चाहे वो बच्चे हो या बच्चे के मा-बाप सभी लोग जरुरत से ज्यादा मोबाइल का इस्तमाल करते है. एसे में अधिक समय तक मोबाइल फ़ोन का इस्तमाल करने वालो के लिए एक हेरान करदेने वाली खबर सामने आई है. चलिए जानते है इस आर्टिकल के माध्यम से की वो खबर क्या है और मोबाइल पर ज्यादा समय बिताने से क्या होता है. अगर आपने स्मार्ट फ़ोन के नुकसान पोस्ट नहीं पढ़ी है तो यह भी पढ़ले .
Mobile पर बिताते है ज्यादा समय तो हो जाइए सावधान – सीर के पीछे निकल सकती है “नई” हड्डी
ओस्ट्रेलिया के क्विस्लैंड में सनशाइन कोस्ट विश्वविध्यालय के वैज्ञानिको ने रीड की हड्डी और सर में हो रही समस्या को लेकर एक नयी शोध की है जिसमे पता चला की ज्यादा देर तक मोबाइल का उपयोग करने से सिर के पीछे एक नै हड्डी उत्पन्न हो रही है.
इस शोध के लिए वैज्ञानिको ने 1 हजार से अधिक खोपड़ियो को स्केन किया। स्केन करने पर पता चला की जो लोग ज्यादा देर तक मोबाइल का इस्तमाल करता है इसके सिर में एक नै हड्डी की वृध्धि हो रही है. इस बीमारी को वैज्ञानिको ने ओसिसिपिटल नाम दिया है जो की बच्चो और युवानो में तेजी से फ़ैल रहा है.
वैज्ञानिको के प्रमुख शोधकर्ता डॉ. डेविड शाहर 20 वर्ष से एक चिकित्सक है और उन्होंने बताया की पिछले एक दशक से उनके पास आने वाले हर एक मरीजो की खोपड़ी पर एक नइ हड्डी की वृधि हो रही थी.
एक रिपोर्ट के अनुसार 18 से 30 साल की उम्र वाले लोगो में यह बीमारी आम देखि गई है. यह रिसर्च में 28 साल के युवक में 27.8 MM की और 58 वर्षीय व्यक्ति में 24.5 MM की हड्डी पाई गई थी. यह रिसर्च 18 से 86 साल की उम्र के लोगो पर किया गया था. डॉ. शाहर का कहेना है की इस बीमारी की वजह है मोबाइल का जरुरत से ज्यादा इस्तमाल करना. युवाओ जब भी मोबाइल का इस्तमाल करते है तो निचे की और देखते है और इसी वजह से यह हड्डी बहार निकल रही है.
सर जुकाकर कई घंटो तक फ़ोन इस्तमाल करनेसे आपकी आंखे तो ख़राब होती ही है लेकिन साथ में गर्दन भी दर्द करना शुरू कर देती है. अधिक देर तक गर्दन जुका के रखने की वजह से सिर के पीछे समस्या होना एक आम बात है. इसके साथ ही लगातार एक ही पोजीसन में फ़ोन को देखने से रीड की हड्डी टेडी हो जाती है. डॉक्टर की भाषा में इस बीमारी को स्पाइकस कहा जाता है.
पिछले साल ही ब्रिटन में मोबाइल के इस्तमाल को लेकर एक शोध हुई थी जिसमे सामने आया की 18 से 30 साल की उम्र वाले लोग हर 12 मिनिट में अपना फ़ोन चेक करते है. इससे आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हो की क्यों यह बीमारी युवाओ में अधिक फ़ैल रही है.
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