यह सब बात हुई नशे की लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है की नशे की आदत कैसे लगती है? इससे क्या नुकशान होता है. आज के इस आर्टिकल में हम बात करने वाले है की नशे की लत कैसे लगती है और नशा करने से हमारे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है.
चलिए जानते है आज के इस आर्टिकल में होने वाले चर्चा के मुद्दो के बारे में.
नशा क्या है
नशे की लत कैसे लगती है
नशा करने से क्या होता है
नशा करने से कैसे बचे
निष्कर्ष
चलिए अब जानते है विस्तार से की नशे की लत कैसे लगती है? | नशा करने से क्या होता है?
नशा क्या है हमारी मानसिक स्थिति को बदलदेने वाले पदार्थ जो किसी को नींद में लादे या इसके मस्तिक पर कब्ज़ा जमादे एसे नशे को नारकोटिक्स या ड्रग्स का नशा कहा जाता है. यह हमारे दिमाग और इसके आसपास के टिस्यू को उत्तेजित करते है. डॉक्टर नारकोटिक्स ड्रग्स का इस्तमाल मरीजो को दर्द से छुटकारा दिलवाने के लिए करते है वही कुछ लोग नशा करने के लिए इस ड्रग्स का इस्तमाल करते है.
इसके आलावा कोई भी एसा पदार्थ जिससे आपके शरीर और दिमाग पर असर होता है इसको नशा कहा जाता है. इसमें सिगारेट, तम्बाकू, शराब और गुटका भी सामिल है इसके आलावा किसी लोगो को पेट्रोल सूंघने का नशा होता है जो कुछ देर के लिए दिमाग पर अपना कब्ज़ा जमा लेता है.
नशे की लत कैसे लगती है नशा कोई जन्मजात बीमारी नहीं है. कोई भी जन्म से ही नशे की लत लेकर नहीं आता है. नशे की लत लगने के पीछे कई सारे कारन है.
कोई लोग देखा-देखि में नशा करते है.
कोई लोग दुसरो को दिखाने के लिए नशा करते है.
कुछ लोग अपने दोस्तों के दबाव की वजह से नशे की शुरआत करते है.
तनाव और चिंता की वजह से भी लोग नशे का सहारा लेते है.
वही कुछ लोग एसे भी होते है जिनको अपने परिवार से सहानुभूति और प्यार नहीं मिलता जिसकी वजह से नशे की और आगे बढ़ते है.
करियर में असफल होने की वजह से भी नशा करते है.
वही आज की युवा पेढ़ी प्यार में असफल होने की वजह से भी नशा करते है.
बचपन में कोई समस्या हो जाना
घर में रोज-रोज काकराट के कारन
मा-बाप द्वारा अपने बच्चो के पीछे ध्यान न देना और सही संस्कार न देना.
नशा करने से क्या होता है
नशा आजकल के युवानो के लिए एक फैशन बन गया है. यह फैशन कब आदत में बदल जाती है यह बात खुद नशा करने वाले को भी नहीं पता चलती. पहेले यह नशा फैशन के रूप में सामने आता है, धीरे-धीरे इसका मजा आने लगता है फिर इसकी लत लग जाती है और धीरे-धीरे एसी स्थिति आ जाती है की आप नशे के बिना रह ही नहीं सकोगे. आपका पूरा शरीर इस नशे के लिए तडफ उठेगा और फिर यह नशा छुट पाना किसी भी इलाज के बिना नामुमकिन हो जाता है.
पहेले तो सिर्फ लड़के ही नशा करते थे लेकिन पिछले 10 सालो से हमारे भारत में लड़का और लड़की एक समान है, लड़की को पूरी आझादी देनी चाहिए इस तरह का माहोल खड़ा हो चूका है जिसका परिणाम यह हुवा की जहा भारत की कोई भी स्त्री सिगारेट और शराब को छूती तक नहीं थी आज इसी भारत देश की पढ़ी हुई लडकिया शराब, चरस और गांजे की लत में डूब गई है. इसके जिम्मेदार कौन है? क्या वो लोग आगे आएगे जो बोल रहेथे की लड़का और लड़की एक समान ही है?
एक रिपोर्ट के अनुसार धुम्रपान के कारन पुरुषो की तरह ही अब महिलाओ भी बड़ी मात्र में कैंसर और मौत का शिकार हो रही है और वो सारी एसी महिलाए ही थी जो सिगारेट और शराब का नशा करती थी. पुरुषो के मुकाबले स्त्रियों की रोगप्रतिकारक क्षमता कम होती है फिर भी वो पुरुषो से Competition करने के चक्कर में उनसे ज्यादा नशा करती है जिसकी बदोलत वो कम उम्र में ही मौत को अपने गले लगा देती है. हमको जल्दी जागृत होना पड़ेगा क्यूंकि अमेरिका जैसे देश में सिर्फ 10 साल में ही 20 लाख से भी ज्यादा महिलाओ के शरीर में कैंसर का रोग पाया गया है वही भारत में भी पिछले 10 सालो में पढ़ी-लिखी लडकियो में से लगभग 50% से भी ज्यादा लड़की नशा करती है. क्या यह बात भारत के लिए गर्व करने जैसी है या दुःख व्यक्त करने की? यह आप मुझसे बेहतर जानते हो.
चाहे वो लड़का हो या लड़की नशा सबके शरीर के लिए हानिकारक है. नशा करने से हमारे दिमाग पर गहेरा असर होता है और दिमाग पर कंट्रोल करलेता है.
नशा करने से हमारे दिमाग की कोशिकाओ के जरिए डोपामिन होर्मोन नामक कुछ रसायन हमारे दिमाग और शरीर में नशा करने की प्रबल इच्छा को जागृत करवाता है. और धीरे धीरे नशे की लत तलब में बदल जाती है.
नशा करने वाले जब नशा नहीं कर रहे होते है तब भी नशे की हालत में ही रहेते है जिसकी बदोलत उनका स्वाभाव चिडचिड़ा हो जाता है. और जब नशा करते है तब खुद को शांत पाते है इसी चीज को नशे की लत कही जाती है.
धुम्रपान करने से कैंसर होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है.
गांजा और भांग का नशा करने से दिमाग बुरी तरह से चोटिल हो जाता है.
गुटका और तम्बाकू के सेवन से निमोनिया, मुंह का और गुर्देका कैंसर और साँस की बिमारिया होती है.
जो लोग 1 से अधिक नशा करते है उनको ह्रदयरोग की तकलीफ हमेशा रहेती है.
केफीन, चरस, अफीन में एसे पदार्थ मोजूद होते है जो आपको उत्तेजित करता है जिसकी बदोलत वो इन्सान कोई ना कोई अपराध कर बैठता है.
धुम्रपान करने वाले व्यक्ति के आसपास खड़ा रहेनेसे भी कैंसर होता है.
जो भी लड़की नशा करती है इसको गर्भ धारन करने में काफी समस्या होती है और कई बार ज्यादा नशे के कारन वो लड़की जिन्दगी भर “मा” बनने के काबिल ही नहीं रहेती है.
गर्भावस्था के दौरान भी कई लडकिया शराब और धुम्रपान नहीं छोडती है जिसकी बदोलत उनके गर्भ में पल रहे शिशु पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है जिनमे वो शिशु भी ना चाहते हुए भी अपनी मा द्वारा किये गए अत्याचार यानी की नशे का शिकार बनता है और एसे बच्चे का शारीरिक विकाश नहीं होता है और कमजोर पैदा होता है.
नशा के वजह से लड़की और लड़का कहा तक जा सकते है इसकी एक सच्ची घटना बताता हु. ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में रहेने वाला एक लड़का जिस पर आज भी बलात्कार और नशे का लालच देकर सेक्स करने जैसा केस चल रहा है. इस शहर की लडकिया नशे की इतनी आदि हो चुकी थी की नशे के लिए वो कुछ भी करने के लिए तैयार हो जाती थी जिसका फायदा यह लड़का उठता था. जिस भी लड़की को नशा करना होता था वो उस लड़की के लिए नशे की चीज उपलब्ध करवा देता था बदलेमे वो लडकिया इसके साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाती थी.
धूम्रपान करनेसे आपके फेफडे कैंसर का डार्क पैदा करता है जो इंसान की मौत का जिम्मेदार बनता है.
इसके आलावा भी किसी भी तरह का नशा करने से शरीर को सिर्फ और सिर्फ नुकशान ही पहोचता है.
नशा करने से कैसे बचे
जो भी दोस्त या रिश्तेदार नशा कर रहा है उन लोगो से दुरी रखे ताकि आपको भी नशा करने की इच्छा जागृत ना हो.
नशा करने वाले दोस्तों के दबाव में कभी भी ना आए.
जीवन में “ना” कहने की कला को जल्द से जल्द सिखले.
उतुस्कता के वश में आकार भी नशा का सेवन ना करे.
किसी भी प्रकार का तनाव या दबाव होने पर परिवार के सदस्यों के साथ चर्चा करले जिससे आपका मन शांत होगा और नशे की लत से बचे रहोगे.
जीवन जीने की कला के सकारात्मक तरीके को अपनाए.
अपने मन पर काबू पाना सिखले.
ज्यादा से ज्यादा समय अपने परिवार के साथ बिताए.
अगर परिवार में कोई सदस्य नशा कर रहा है तो उनको भी छुडवाए नहीतो उनकी यही आदत की वजह से घर के बाकि बच्चे भी नशे के लिए प्रेरित होते है.
भारत में युवाओ में एक बात फैमस हो गई है की Birthday Boy और Girl को ना नहीं कहेना चाहिए यानि की वो अगर एक दिन के लिए नशा करने को कहे तो कर लेना चाहिए मगर आपको नशे से दूर रहेना है तो सभी गलत चीजो को ना कहेना सीखना होगा.
निष्कर्ष
आज जिस तरह से भारत में नशा बढ़ रहा है वो वाकेही हैरान करदेने वाली है. कहेते है की किसी भी देश का भविष्य युवा पेढ़ी के हाथ में होता है मगर आज भारत की हालत एसी है की भारत के 75% से अधिक Student नशा कर रहा है. जिस तरह से हमारे यहाँ बॉलीवुड सेलेब्रिटीद्वारा नशे को प्रोत्साहन दिया जा रहा है वो बंध होना चाहिए क्यूंकि उन लोगो को देखकर ही आजकल की युवा पेढ़ी नशे की और आगे बढ़ रही है. अगर आज भी कोई एक्शन नहीं लिया गया तो वो दिन भी दूर नहीं होगा जब भारत दुनिया में नशेड़ियो का देश के नाम से जाना जाएगा और पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा. एसी हालत 16वि सदी में चीन की भी ही थी जब पूरा देश नशे की लत में डूब गया था. चीन पूरी तरह से बर्बाद हो चूका था और इससे छुटकारा पाने के लिए चीन को 150 साल लग गए थे. हम हमें हमारे पडोसी देश से ही सिखने की जरुरत है.
अगर आपको नशे की लत कैसे लगती है? | नशा करने से क्या होता है आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसको ज्यादा से जयादा share करे ताकि सभी लोग इस बात को समज सके की हमारा देश बर्बादी की और आगे बढ़ रहा है.
Hello Friends,Welcome to "The Facts File" My Name is Bhavesh Patel and i am from Ahmedabad, Gujarat.Is Blog par apko sabhi tarah ki rochak information mil jayegi jeseki, Countries Facts, Science Facts, Human Body, Mysterious Facts, Universal Facts, Animals, Birds, or sabhi tarah ke Questions ke Answers ap mere Blog me aakar dekh sakte ho.
2 Comments
Sukhpreet
Aggressive koi kisi ko pehli baar drugs de toh humme kaise pta chalta hai ke oss human ko drugs deeyea gaya hai
Aggressive koi kisi ko pehli baar drugs de toh humme kaise pta chalta hai ke oss human ko drugs deeyea gaya hai
Main iske bare me jyada to nahi janta hu, lekin unki harkato se hmko pata chal skta hai. baki to doctor ya expert hi iske bare me bata skta hai