How deep is the Ocean in Hindi | समुद्र की गहराई कितनी है? समुद्र के बारे पूरी जानकारी | Origin and Information of Ocean
हम सभी बचपन से समुद्र के बारे में सुनते आ रहे है. समुद्र के बारे में जानने की हम सभी को इच्छा होती है लेकिन इसकी गहराई से सभी को डर भी लगता है. समुद्र को सागर, पयोधि, पारावार, नदीश, जलधि, रत्नाकर आदि नामो से पुकारा जाता है.लेकिन बहुत ही कम लोगो को यह बात पता होगी की सागर और महासागर दोनों अलग-अलग है. सागर को अंग्रेजी में SEA कहा जाता है वही महासागर को OCEAN कहा जाता है. वास्तव में महासागर सागर की तुलना में ज्यादा बड़ा और गहरा होता है.
एसी कई सारी बातें है समुद्र के बारे में जो हमने आजतक कही भी नहीं सुनी होगी या कही भी पढ़ी नहीं होगी. इस लिए आजके इस आर्टिकल में में आपको समुद्र के बारे में पूरी जानकारी बताने वाला हु की समुद्र की उत्पत्ति कैसे हुई? समुद्र कितना गहरा है How deep is the Ocean in Hindi ये सारी बातें आपको आज मिलने वाली है तो चलिए जानते है की समुद्र कितना गहरा है.
समुद्र कितने प्रकार का है ?
पृथ्वी की सतह से 70% हिस्से में समुद्र फैला हुआ है. और यह सारा पानी बिलकुल भी पिने लायक नहीं है यानि की खारा पानी है. समुद्र के तीन प्रकार है.
1. सागर
सागर वो लवणीय जल का वो बड़ा क्षेत्र है जो महासागर से जुड़ा हुआ होता है. इस धरती पर कई सारे सागर है जेसे की कैस्पियन सागर, मृत सागर, लाल सागर, उत्तर सागर, भूमध्य सागर लप्तेव सागर आदि.
2. महासागर
महासागर वो जगह है जो विशाल मात्रा में जल से भरा हुआ है. पृथ्वी का 70 प्रतिसद हिस्सा महासागर से घेरा हुआ है. इस दुनिया में कुल 5 महासागर है जो इस प्रकार से है. प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, हिन्द महासागर, आर्कटिक महासागर और दक्षिणी महासागर. इसी तरह सभी सागर और महासागर एक दूसरे से जुड़े हुए है इस तरह से 7 महासागर या समुद्र है.
3. खाड़ी
जल का वो भी जो तीनो तरफ से पानी से जुडा होता है इसको खाड़ी कहेते है. अरब की खाड़ी और बंगाल की खाड़ी उनमे से एक ही है.
समुद्री की उत्पति कैसे हुई? | Origin of Ocean in Hindi
वैज्ञानिको के अनुसार समुद्र का जन्म आज से करीब 50 से 100 करोड़ साल पहले हुआ था. धरती पर इतने बड़े गड्डे पानी से कैसे भर गए? और यह गड्डे बने कैसे यह भी एक बड़ा सवाल है.
इसके ऊपर वैज्ञानिको का कहना है की जब पृथ्वी का जन्म हुआ तो बेशक एक आग का गोला ही थी और जैसे-जैसे पृथ्वी ठंडी होती गई एसे-एसे इसकी चारो तरफ गैस के ठन्डे बदल फैले गए. ठन्डे होने की वजह से इस बादलो में काफी मात्र में पानी भर गया जिसकी बदोलत कई सालो तक काफी बारिश हुई. जिसकी वजह से धरती पर बने विशाल गड्डे पानी से भर गए जो समुद्र कहेलाए.
इस तरह पूरी धरती के कुल क्षेत्रफल में 70% हिस्सा पानी से भर गया. पहेले वो सिर्फ एक ही समुद्र के रूप में था जो पूरी पृथ्वी को घेर रहा था लेकिन बाद में भूस्खलन की वजह से अलग अलग जगह पर समुद्र और पर्वत की उत्पति हुई. पृथ्वी के लगभग 36,17,40,000 किलोमीटर में समुद्र फैला हुआ है जिनमे से प्रशांत महासागर का क्षेत्रफल 16,62,40,000 किलोमीटर है जो पृथ्वी का सबसे बड़ा महासागर है. यह महासागर दुनिया का सबसे गहेरा समुद्र है जिसमे कई सारे रहस्य छुपे हुए है.
समुद्र कितना गहरा है? – How deep is the Ocean in Hindi
अगर समुद्र की गहराई और चौड़ाई को मिलाकर बात करे तो समुद्र हमारी पृथ्वी से भी बड़ा है. पृथ्वी के कुल वजन से भी समुद्र का वजन 10 गुना ज्यादा है. अगर पृथ्वी पर की सबसे ऊँची चीज माउंट एवरेस्ट को समुद्र में डूबा दिया जाए तो भी इसकी चोटी से समुद्र की तटह तक लगभग 2 किलोमीटर की गहराई बच जाएगी. समुद्र की गहराई को समज ने के लिए लेते है Example के तोर पर लेते है समुद्र का सबसे विशाल जिव ब्लू व्हेल को.
ब्लू व्हेल अपना शिकार समुद्र में 300 फीट की गहेराई में करते है. इससे थोडा और निचे जाते है तो आती है USA की सबमरीन टाइटन जो 700 फीट गहेराई में थी. इससे और ज्यादा गेहराई में जाते है तो 831 फीट की गहेराई में अब तक का किसी भी इन्सान द्वारा किया गया सबसे Deepest Freedive Record किया गया है.ब्लू व्हेल इससे भी निचे जाती है जहा पर वो 1640 फीट की गहेराई तक पहोचती है और इससे आगे ब्लू व्हेल भी नहीं जा सकती है.
2400 फीट की गहेराई में मॉडर्न नुक्लिअर सबमरीन पहोचि थी पर इससे निचे अगर सबमरीन गई तो वो भी तबाह हो जाएगी. इससे थोड़ी और गहराई में दुनिया की सबसे बड़ी इमारत बुसखालिफा की टोची पहोचेगी जो करीब 2734 फीट तक होगी. समुद्र तट में 7500 फीट की गहेराई में जाते ही सूरज की रौशनी भी नहीं पहोचेगी. समुद्र के इस हिस्से को The Midnight Zone कहा जाता है. यहाँ पर ज्वालामुखी होता है.
जब 9816 फीट की गहराई में जाते है तो इतनी गहराई आती है जहाँ पर आज तक सिर्फ एक ही Mammal को घूमते हुए देखा गया है जिसका नाम है Cuvier’s Beaked Whale. यह मछली भी इतनी गहेराई तक नहीं जा सकती है जहाँ पर टाइटैनिक डूबा है. टाइटैनिक 12500 फीट की गहराई में डूबा हुआ है. यह पर बहोत ही ज्यादा प्रेशर होता है की कोई भी जिव जीवित नहीं रहे सकते है फिर भी यहाँ पर Fangtooth Fish और Dumbo Octopus जैसे जिव पाए जाते है.
20,000 फीट की गहराई को the hadal zone कहा जाता है. अगर माउंट एवरेस्ट को इसके अन्दर डूबा दिया जाए तो हम सिर्फ 29029 फीट तक ही पहोचेगे जोकि फिर भी कम होगा जहा तक हमारे अब तक के 2 क्रूड मिशन पहोचे है. सन 2012 में मसहुर डायरेक्टर जेम्स केमेरोन 35,756 फीट की गहेराई तक पहोचे थे. आखिरकार 36070 फीट को समुद्र का अंतिम स्तर माना जाता है जिसको मरियाना ट्रेंच कहा जाता है.
हलाकि यह स्तर भी समुद्र का अंतिम स्तर नहीं है. वैज्ञानिक सभी तक समुद्र का सिर्फ 10 प्रतिसद हिस्से का ही पता लगा पाए है. अभी भी 90 प्रतिसद हिस्से को खोजाजाना बाकी है जिसमे हम सोच भी नहीं सकते की समुद्र कितना गहेरा होगा और इसके अन्दर क्या क्या राज छुपे है और कैसे कैसे जिव पल रहे है. समुद्र के रहस्य पर अभी भी वैज्ञानिको की खोज जारी ही है. अगर कुछ नई जानकारी सामने आती है तो इस पर में जरुर आर्टिकल लिखुगा. फ़िलहाल के लिए बस इतना ही.
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