Amazing Facts about Pluto in Hindi – प्लूटो के बारे में जानकारी
Pluto एक बौना ग्रह है जो आकार में बहुत ही छोटा सा है, इसको पहले एक ग्रह ही माना जाता था लेकिन 24 अगस्त 2006 से प्लूटो को ग्रहों की श्रेणी से बहार निकाल दिया गया है हांलाकि इससे प्लूटो को कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है. लेकिन इसके पीछे का कारन क्या था वो हम आपको इस आर्टिकल में बताने वाले है और उसके साथ-साथ आपको Pluto in Hindi के बारे में 10 रोचक जानकारी भी बताने वाले है.
क्यों प्लूटो को ग्रह नहीं समजा जाता?
जब सन 1930 में प्लूटो की शोध की गई उस वक्त प्लूटो को ग्रह घोषित किया गया था लेकिन उस वक्त भी बहुत सारे खगोलशास्त्रियों में मतभेद था की इसको ग्रह गिना जाए या नहीं और इसके पीछे की बहुत बड़ी वजह थी प्लूटो का छोटा सा आकार.
प्लूटो का व्यास 2370 किलोमीटर ही है और इसी वजह से वैज्ञानिको को यह मानने में संकोच हो रहा था की ग्रह इतना छोटा कैसे हो सकता है. इसी वजह से यह चर्चा बहुत सालों तक चली और सन 2006 में करीब 2500 खगोल वैज्ञानिको के बीच में मतदान हुआ की प्लूटो को ग्रह माना जाए या नहीं? इस मीटिंग में भारी बहुमत से प्लूटो को ग्रह की श्रेणी से बहार निकाला गया.
Pluto in Hindi से ग्रह का दर्जा वापिस लेने के क्या कारन थे?
वैज्ञानिको की मीटिंग में ग्रहों का दर्जा प्राप्त करने के लिए तीन नियम या मानक तय हुए और जो भी ग्रह इसमें खड़ा उतरता है उसको ही ग्रह माना जाएगा एसा इस उस मीटिंग में तय हुआ. वो तीन मानक इस प्रकार से है,
1. यह सूर्य की परिक्रमा करता हो
2. इसका आकार इतना बड़ा तो होना ही चाहिए है की अपने गुरुत्वाकर्षण के कारण खुद गोलाकार हो जाए.
3. इसके इतनी ताकत होनी चाहिए है की यह बाकी पिंडों से अलग अपनी खुद की स्वतंत्र कक्षा बना सके.
ऊपर दिए गए नियम में तीसरे नियम की अपेक्षा पर प्लूटो खड़ा नहीं उतरता है क्योंकि वो सूर्य की परिक्रमा करते वक्त अपनी जगह से वरुण ग्रह(Neptune Planet) से टकरा जाता है. इसी वजह से यह माना गया की प्लूटो में इतना ज़ोर नहीं है की वो एक ग्रह की श्रेणी में आ सके.
इसी वजह से 24 अगस्त 2006 को प्लूटो को ग्रहों की श्रेणी से निकाल दिया गया और अब प्लूटो को “एस्ट्रोएड नंबर 134340” के नाम से जाना जाता है.
प्लूटो के बारे में 10 रोचक तथ्य – 10 Amazing and Interesting Facts about Pluto in Hindi
1. प्लूटो एक बहुत ही छोटा सा एस्ट्रोएड है जिनका व्यास करीब 2372 किलोमीटर है लेकिन फिर भी प्लूटो के करीब 5 उपग्रह है.
2. प्लूटो पहले हमारे सौरमंडल का 9 में नंबर का ग्रह था लेकिन अब वो ग्रह नहीं रहा है. प्लूटो की दूरी सूर्य(sun) से करीब 587 करोड़ 40 लाख किलोमीटर है.
3. प्लूटो को यम ग्रह के नाम से भी जाना जाता है. यह हमारे सौरमंडल का दूसरे नंबर का सबसे बौना ग्रह है. प्लूटो इतना छोटा है की अगर पृथ्वी के उपग्रह चंद्रमा के साथ compare करे तो यह हमारे चाँद(Moon) के द्रव्यमान का 65% ही है.
4. प्लूटो का कोई वातावरण फ़िक्स नहीं है क्योंकि यह जब सूर्य से दूर होता है तब इसकी सतह पर नाइट्रोजन, मीथेन और कार्बन मोनोक्साइड बर्फ बनकर जम जाते है और जब सूर्य से करीब आता है तो वो सारी वायु गैस में तब्दील हो जाती है.
5. प्लूटो का औसतन तापमान -225 सेल्सियस होता है.
6. अभी तक प्लूटो की सतह के पास सिर्फ एक ही अंतरिक्ष यान पहुँच सका है और इसका नाम है “न्यू हारीजांस (New Horizons)” यह यान 19 जनवरी 2006 लौंच किया गया था और 14 जुलाई 2015 को प्लूटो के पास से गुजरा था. इस यान की मदद से प्लूटो के बारे में काफी जानकारी हासिल हुई थी.
7. प्लूटो को सूर्य की परिक्रमा करने के लिए पृथ्वी के 246 साल लगते है.
8. प्लूटो की खोज 18th February 1930 में खगोल विज्ञानी Clyde W Tombaugh के द्वारा की गई थी.
9. प्लूटो का नाम 11 वि कक्षा में पढने वाली छात्रा वेनेशिया बर्ने ने रखा था. इस लड़की ने कहा की रोम में अंधेरे के देवता को प्लूटो कहते है क्योंकि इस ग्रह पर भी अंधेरा रहता है इसी वजह से इस ग्रह का नाम प्लूटो रखा गया.
10. प्लूटो का एक तिहाई हिस्सा पानी से भरा हुआ है जो बर्फ के रूप में जमा है और यह पानी हमारी पृथ्वी पर मौजूद सभी तरह के पानी के स्रोत से 3 गुना ज्यादा है.
अगर आपको क्यों प्लूटो को ग्रह नहीं समजा जाता? प्लूटो के बारे में 10 रोचक तथ्य| Interesting Facts and Information about Pluto in Hindi आर्टिकल पसंद आया है तो इसको सभी दोस्तों के साथ share ज़रुर करना.
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